एक साठ साल के बुजुर्ग ने अखबार में रिश्ते के लिए विज्ञापन दिया। एक महीने के लम्बे इन्तजार के बाद एक पत्र आया मियां जी, इस उम्र में रिश्ते नहीं, फरिश्ते आते है।
ओज और व्यंग्य कवि, मंच संचालक, भारत को भारत रहने दो, करगिल की हुंकार, रंग दे बसंती काव्य संग्रह, अक्षरम संस्था के पूर्व अध्यक्ष, अमरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, ओमान और कनाडा की काव्य यात्रा
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